जलवायु

फ्रांस के जलवायु रिकॉर्ड का सबसे गर्म साल होगा 2022: मेटीओ फ्रांस

Lalit Maurya

2022 फ्रांस के जलवायु इतिहास का सबसे गर्म वर्ष होगा। इस बात की पुष्टि फ्रांस की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा मेटीओ फ्रांस ने की है। एजेंसी का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दिसंबर में कितना तापमान रहेगा, लेकिन इस बात की पूरी आशंका है कि इस साल तापमान रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा रहेगा।

पता चला है कि 2022 में वर्ष का औसत तापमान 14.2 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहेगा। वहीं फ्रांस की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी ने नवंबर में जानकारी दी थी कि इस साल गर्मी के मौसम में लू की वजह से पिछले पांच वर्षों के रिकॉर्ड की तुलना में और 2,816 मौतें हुई थी। इससे पहले फ्रांस में 2020 के दौरान वार्षिक औसत तापमान 14.07 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

मेटीओ फ्रांस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2022 के दौरान देश के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी पड़ी थी जबकि कई जगह भयंकर सूखा पड़ा था। वहीं बारिश को लेकर आशंका है कि इस साल औसत वार्षिक वर्षा सामान्य से 25 फीसदी कम रहने की आशंका है।

वहीं मेटीओ फ्रांस ने अक्टूबर 2022 के लिए जारी रिपोर्ट में जानकारी दी थी कि अक्टूबर 2022 का महीना फ्रांस में 20 वीं सदी की शुरुआत के बाद से सबसे गर्म अक्टूबर रहा। इस महीने तापमान औसत से 3.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। गौरतलब है कि अक्टूबर 2022 में महीने का औसत तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

वहीं यदि वैश्विक तापमान में होती वृद्धि की बात करें तो जलवायु परिवर्तन के निशान कहीं ज्यादा स्पष्ट होते जा रहे हैं। विश्व मौसम विज्ञान संगठन और संयुक्त राष्ट्र की अन्य एजेंसियों के सहयोग से तैयार नई रिपोर्ट “यूनाइटेड इन साइंस” से पता चला है कि पिछले सात साल मानव इतिहास के अब तक के सबसे गर्म साल साबित हुए हैं।

आंकड़ों के अनुसार 1850 से 1900 की तुलना में 2018 से 2022 के बीच वैश्विक औसत तापमान में 1.17 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं इस बात की करीब 93 फीसदी आशंका है कि अगले पांच वर्षों में कम से कम एक साल 2016 से ज्यादा गर्म होगा, जोकि अब तक रिकॉर्ड का सबसे गर्म वर्ष है। 

हर दिन बन रहे नए क्लाइमेट रिकॉर्ड

वहीं इस साल अक्टूबर में वैश्विक तापमान को देखें तो नेशनल ओसेनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इंफॉर्मेशन (एनसीईआई) द्वारा जारी नई रिपोर्ट से पता चला है कि वो सामान्य से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। देखा जाए तो पिछले 46 वर्षों में कोई भी अक्टूबर ऐसा नहीं रहा जब तापमान औसत से नीचे दर्ज किया गया हो। गौरतलब है कि जलवायु इतिहास का चौथा सबसे गर्म अक्टूबर इस साल 2022 में दर्ज किया गया था।देखा जाए तो हमारी धरती तेजी से गर्म हो रही है और इसके सबूत तापमान के बनते यह नए रिकॉर्ड हैं।

इसी तरह यदि पिछले महीने सितम्बर की बात करें तो वो रिकॉर्ड का पांचवा सबसे गर्म सितम्बर का महीना था जब तापमान सामान्य से 0.88 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया। वहीं अगस्त का महीना भी 143 वर्षों के रिकॉर्ड में छठा सबसे गर्म अगस्त का महीना था। जब तापमान अगस्त के सामान्य औसत तापमान से 0.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था।

यदि जुलाई 2022 की बात करें तो उस माह में तापमान सामान्य से 0.87 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था, जोकि उसे मानव इतिहास का छठा सबसे गर्म जुलाई बनाता है। इसी तरह जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई और जून 2022 में भी तापमान सामान्य से कहीं ज्यादा दर्ज किया गया था।

एनओएए के अनुसार 2021 इतिहास का छठा सबसे गर्म वर्ष था, जब तापमान सामान्य से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था।