देश के कई शहरों में वायु गुणवत्ता न केवल इंसानों बल्कि दूसरे जीवों के लिए भी सुरक्षित नहीं है; फोटो: सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई)  
वायु

छोटे शहरों में विकट हुई प्रदूषण की समस्या, श्री गंगानगर में जानलेवा है हवा

Lalit Maurya

देश के बड़े शहरों को पीछे छोड़ छोटे शहरों में स्थिति कहीं ज्यादा खराब है। हालात यह है कि देश के अन्य शहरों को पीछे छोड़ श्री गंगानगर प्रदूषण के मामले में अव्वल है। जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 327 पर पहुंच गया है। मतलब की वहां हवा में घुला जहर लोगों को बहुत ज्यादा बीमार करने के लिए काफी है।

इसी तरह देश के दो अन्य शहरों जोरापोखर (243) और कुरूक्षेत्र (202) में भी हवा दमघोंटू बनी हुई है। दूसरी तरफ सांगली में हवा सबसे ज्यादा स्वच्छ है, जहां एक्यूआई 16 रिकॉर्ड किया गया है। यदि देश के सबसे प्रदूषित शहर श्री गंगानगर की तुलना सांगली से करें तो वहां वायु गुणवत्ता 20 गुणा खराब है।

सांगली की तरह ही देश के 95 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर दर्ज किया गया है। जहां एक्यूआई 50 या उससे नीचे है।

इन शहरों में गया, हल्दिया, हावेरी, हावड़ा, हैदराबाद, जलगांव, जोधपुर, कडपा, कल्याण, करनाल, कटनी, क्योंझर, कोल्हापुर, कोलकाता, कोप्पल, कोरबा, कुंजेमुरा, लातूर, मदिकेरी, महाड, मालेगांव, मांडीखेड़ा, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मुंबई, मैसूर, नाहरलागुन, नांदेड़, नवी मुंबई आदि शहर शामिल थे। कल से देखें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब 14 फीसदी की गिरावट आई है।

ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में भी हवा सन्तोषजनक बनी हुई है, जहां कल से प्रदूषण के स्तर में दस अंकों का सुधार आया है। वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी शहर फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक दो अंकों के उछाल के साथ बढ़कर 108 पर पहुंच गया।

दिल्ली की तरह ही देश के 112 अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक दर्ज किया गया है। इन शहरों में इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जालंधर, जालौर, झांसी, झुंझुनूं, कैथल, कलबुर्गी, कन्नूर, कानपुर, काशीपुर, खन्ना, किशनगंज, कोहिमा, कोलार, कोल्लम, कोटा, लखनऊ, मालेगांव, मंडी गोबिंदगढ़, मंडीदीप, मानेसर, मेरठ, मुंगेर, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, नगांव, नागौर, नागपुर, नलबाड़ी, नारनौल, नासिक, नोएडा, पाली, पंचकुला, पानीपत, पटना, रायचुर, राजमहेंद्रवरम, राउरकेला, रूपनगर, सागर, सहरसा, सवाई माधोपुर, सुआकाती, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर, सोनीपत, सुआकाती, सूरत, तालचेर, तिरुपति, तुमकुरु, उदयपुर, उज्जैन आदि शहर शामिल थे।

कल से तुलना करें तो देश में संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में करीब 16 फीसदी का इजाफा हुआ है।

आंकड़ों के मुताबिक देश के 22 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है। इन शहरों में बद्दी, बालासोर, बारां, भिवाड़ी, बूंदी, चित्तौड़गढ़, धनबाद, धौलपुर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुम्मिडिपूंडी, गुरूग्राम, इम्फाल, जैसलमेर, जलना, झालावाड़, खुर्जा, लुधियाना, रोहतक, समस्तीपुर, ठाणे शामिल थे। हालांकि कल से तुलना करें तो देश में मध्यम वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब 16 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 17 जुलाई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 232 में से 95 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 112 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 16 जुलाई 2024 यह आंकड़ा 97 दर्ज किया गया था। 22 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।

दूसरे शहरों की तुलना में श्री गंगानगर (327) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया है। यदि दिल्ली (90) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से 10 अंको की गिरावट आई है।

दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 108, गाजियाबाद में 82, गुरुग्राम में 109, नोएडा में 63, ग्रेटर नोएडा में 144 पर पहुंच गया है। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 40 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 68, चेन्नई में 67, चंडीगढ़ में 89, हैदराबाद में 47, जयपुर में 56 और पटना में 74 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ

देश के जिन 95 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला 50, आइजोल 19, अकोला 40, अमरावती 32, अमरावती 27, अरियालूर 36, बारबिल 35, बरेली 21, बारीपदा 50, बैरकपुर 28, बेलापुर 46, भिलाई 31, भीलवाड़ा 46, भुवनेश्वर 44, बीदर 49, बिहारशरीफ 40, बिलासपुर 46, बोईसर 37, ब्यासनगर 32, चामराजनगर 40, चंद्रपुर 29, छाल 34, चिकबलपुर 23, चिक्कामगलुरु 36, कुड्डालोर 22, कटक 36, दमोह 45, दावनगेरे 20, देहरादून 33, धुले 48, दुर्गापुर 42, एलूर 50, गडग 47, गंगटोक 24, गया 50, हल्दिया 29, हावेरी 36, हावड़ा 35, हैदराबाद 47, जलगांव 42, जोधपुर 48, कडपा 44, कल्याण 36, करनाल 49, कटनी 44, क्योंझर 29, कोल्हापुर 29, कोलकाता 37, कोप्पल 48, कोरबा 26, कुंजेमुरा 25, लातूर 41, मदिकेरी 17, महाड 41, मालेगांव 49, मांडीखेड़ा 34, मीरा-भायंदर 50, मुरादाबाद 46, मुंबई 40, मैसूर 31, नाहरलागुन 45, नांदेड़ 37, नवी मुंबई 48, नयागढ़ 21, पालकलाईपेरुर 30, पटियाला 45, पिंपरी-चिंचवाड़ 33, पीथमपुर 50, प्रतापगढ़ 48, प्रयागराज 43, पुदुचेरी 36, पुणे 49, रायपुर 42, रायरंगपुर 42, रामनगर 29, रामनाथपुरम 21, रतलाम 37, ऋषिकेश 34, सांगली 16, सासाराम 33, सतना 26, शिलांग 36, श्रीगंगानगर 40, सूरत 46, तालचेर 49, थूथुकुडी 49, ठाणे 43, तिरुवनंतपुरम 34, थूथुकुडी 40, त्रिशूर 46, तिरुपुर 43, टोंक 44, वापी 50, वाराणसी 45, यादगीर 27 शामिल रहे।

वहीं आगरा, अहमदाबाद, अहमदनगर, अजमेर, अलवर, अंबाला, अनंतपुर, अंकलेश्वर, आरा, आसनसोल, औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बदलापुर, बागलकोट, बागपत, बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, बांसवाड़ा, बाड़मेर, बठिंडा, बेलगाम, बेंगलुरु, भागलपुर, भरतपुर, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, बीकानेर, बुलन्दशहर, बक्सर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चेन्नई, छपरा, चुरू, दौसा, दिल्ली, देवास, धारवाड़, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गाज़ियाबाद, गोरखपुर, गुवाहाटी, ग्वालियर, हनुमानगढ़, हापुड़, हिसार, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जालंधर, जालौर, झांसी, झुंझुनूं, कैथल, कलबुर्गी, कन्नूर, कानपुर, काशीपुर, खन्ना, किशनगंज, कोहिमा, कोलार, कोल्लम, कोटा, लखनऊ, मालेगांव, मंडी गोबिंदगढ़, मंडीदीप, मानेसर, मेरठ, मुंगेर, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, नगांव, नागौर, नागपुर, नलबाड़ी, नारनौल, नासिक, नोएडा, पाली, पंचकुला, पानीपत, पटना, रायचुर, राजमहेंद्रवरम, राउरकेला, रूपनगर, सागर, सहरसा, सवाई माधोपुर, सुआकाती, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर, सोनीपत, सुआकाती, सूरत, तालचेर, तिरुपति, तुमकुरु, उदयपुर, उज्जैन, उल्हासनगर, वातवा, विजयपुरा, विजयवाड़ा, विरार, विशाखापत्तनम, वृंदावन, यमुनानगर आदि 112 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।