देश के छोटे बड़े सभी शहरों को पीछे छोड़ समस्तीपुर प्रदूषण के मामले में पहले पायदान पर पहुंच गया है, जहां वायु गुणवत्त सूचकांक 229 दर्ज किया गया है। मतलब कि वहां हवा में घुला जहर लोगों को बीमार बना देने के लिए काफी है।
इसी तरह देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में सिवान, जलगांव, बर्नीहाट, क्योंझर, श्रीगंगानगर, दुर्गापुर, चित्तौड़गढ़ और ब्यासनगर शामिल रहे। हालांकि इन शहरों में वायु गुणवत्ता मध्यम बनी हुई है।
दूसरी तरफ देश में आइजोल की हवा सबसे बेहतर है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 15 पर बना हुआ है। यदि देश के सबसे प्रदूषित शहर समस्तीपुर की आइजोल से तुलना करें तो हवा में घुला जहर 15 गुणा ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक आइजोल की तरह ही देश के 113 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है।
इन शहरों में हापुड, हसन, हिसार, हावड़ा, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जैसलमेर, जलना, कलबुर्गी, कानपुर, करौली, करनाल, कटनी, कोहिमा, कोलार, कोलकाता, कोप्पल, कोरबा, कुंजेमुरा, कुरूक्षेत्र, लातूर, लखनऊ, मदिकेरी, महाड, मंडीदीप, मांडीखेड़ा, मंगलौर, मेरठ, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मोतिहारी, मुंबई, मुंगेर, मैसूर, नागपुर आदि शहर शामिल हैं। हालांकि यदि कल की तुलना में देखें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब दस फीसदी की गिरावट आई है।
वहीं देश के 11 शहरों में वायु गुणवत्ता मध्यम स्तर पर है। इन शहरों में ब्यासनगर, बर्नीहाट, चित्तौड़गढ़, दुर्गापुर, गुम्मिडिपूंडी, जलगांव, क्योंझर, रायचुर, सिवान, श्रीगंगानगर, विशाखापत्तनम शामिल हैं। कल से देखें तो देश में मध्यम वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 120 फीसदी का इजाफा हुआ है।
राजधानी दिल्ली में भी कल से वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक सात अंक बढ़कर 60 पर पहुंच गया है। वहीं फरीदाबाद की हवा में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहां एक्यूआई जस का तस बना हुआ है। इसका मतलब है कि इन दोनों ही शहरों में अभी वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना है।
दिल्ली-फरीदाबाद की तरह ही देश के 111 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक दर्ज किया गया है। हालांकि इन शहरों की संख्या में कल के मुकाबले 15 फीसदी का इजाफा जरूर देखा गया है। बता दें कि देश में बीकानेर, बिलीपाड़ा, बूंदी, बक्सर, चंद्रपुर, चरखी दादरी, चेन्नई, चुरू, कटक, दौसा, देवास, धनबाद, धारूहेड़ा, धारवाड़, धुले, डूंगरपुर, एलूर, गांधीनगर, गोरखपुर, ग्रेटर नोएडा, गुरूग्राम, ग्वालियर, आदि शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक बनी हुई है।
कुल मिलाकर देखें तो देश की वायु गुणवत्ता में मामूली गिरावट जरूर आई है। आंकड़े के अनुसार देश के 48 फीसदी शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर है, जबकि 47 फीसदी में स्तर संतोषजनक बना हुआ है। वहीं करीब पांच फीसदी में स्थिति चिंताजनक है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 09 अगस्त 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 239 में से 114 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 113 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 08 अगस्त 2024 यह आंकड़ा 98 दर्ज किया गया था। 11 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।
दूसरे शहरों की तुलना में समस्तीपुर (229) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 150 के करीब पहुंच गया है। यदि दिल्ली (60) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से सात अंकों का उछाल आया है।
दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 60, गाजियाबाद में 47, गुरुग्राम में 88, नोएडा में 48, ग्रेटर नोएडा में 92 पर पहुंच गया है।
देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 39 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 47, चेन्नई में 55, चंडीगढ़ में 42, हैदराबाद में 59, जयपुर में 64 और पटना में 69 दर्ज किया गया।
इन शहरों की हवा रही सबसे साफ
देश के जिन 114 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला, आगरा, आइजोल, अलवर, अमरावती, अम्बाला, अमरावती, अरियालूर, बागपत, बांसवाड़ा, बरेली, बारीपदा, बाड़मेर, भरतपुर, भिलाई, भीलवाड़ा, भुवनेश्वर, बिलासपुर, बोईसर, ब्रजराजनगर, बुलन्दशहर, चामराजनगर, चंडीगढ़, चिकबलपुर, चिक्कामगलुरु, कोयंबटूर, कुड्डालोर, दावनगेरे, देहरादून, धौलपुर, डिंडीगुल, फतेहाबाद, फिरोजाबाद, गडग, गया, गाजियाबाद, गुवाहाटी, हल्दिया, हनुमानगढ़, हापुड, हसन, हिसार, हावड़ा, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जैसलमेर, जलना, कलबुर्गी, कानपुर, करौली, करनाल, कटनी, कोहिमा, कोलार, कोलकाता, कोप्पल, कोरबा, कुंजेमुरा, कुरूक्षेत्र, लातूर, लखनऊ, मदिकेरी, महाड, मंडीदीप, मांडीखेड़ा, मंगलौर, मेरठ, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मोतिहारी, मुंबई, मुंगेर, मैसूर, नागपुर, नाहरलगुन, नलबाड़ी, नांदेड़, नासिक, नोएडा, ऊटी, पंचकुला, परभनी, पटियाला, पिंपरी-चिंचवाड, प्रयागराज, पुदुचेरी, पुणे, राजमहेंद्रवरम, राजसमंद, रामानगर, रतलाम, ऋषिकेश, रोहतक, सांगली, सासाराम, शिवमोगा, सिलीगुड़ी, सिरोही, सिरसा, सोलापुर, सोनीपत, टेंसा, ठाणे, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर, तिरुपति, टोंक, वेल्लोर, विजयपुरा, विजयवाड़ा, विरुधुनगर, वृंदावन, यमुनानगर शामिल रहे।
वहीं अहमदाबाद, अहमदनगर, अजमेर, अकोला, अमृतसर, अनंतपुर, अंगुल, अंकलेश्वर, अररिया, आसनसोल, औरंगाबाद (बिहार), औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बद्दी, बदलापुर, बागलकोट, बालासोर, बल्लभगढ़, बारां, बारबिल, बैरकपुर, बठिंडा, बेगूसराय, बेलापुर, बेलगाम, बेंगलुरु, बेतिया, भागलपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, बिहार शरीफ, बीकानेर, बिलीपाड़ा, बूंदी, बक्सर, चंद्रपुर, चरखी दादरी, चेन्नई, चुरू, कटक, दौसा, दिल्ली, देवास, धनबाद, धारूहेड़ा, धारवाड़, धुले, डूंगरपुर, एलूर, फरीदाबाद, गांधीनगर, गोरखपुर, ग्रेटर नोएडा, गुरूग्राम, ग्वालियर, हाजीपुर, हावेरी, हैदराबाद, इंफाल, जयपुर, जालंधर, जालौर, झालावाड़, झांसी, झुंझुनूं, जींद, जोधपुर, कडपा, कल्याण, काशीपुर, खन्ना, कोल्हापुर, कोटा, लुधियाना, मैहर, मालेगांव, मंडी गोबिंदगढ़, मानेसर, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, नगांव, नागौर, नारनौल, नवी मुंबई, नयागढ़, पलवल, पानीपत, पटना, पीथमपुर, प्रतापगढ़, रायपुर, रायरंगपुर, राउरकेला, रूपनगर, सागर, सतना, सवाई माधोपुर, सीकर, सिलचर, सिंगरौली, शिवसागर, सुआकाती, सूरत, तालचेर, थूथुकुडी, उदयपुर, उज्जैन, उल्हासनगर, वापी, वाराणसी, वातवा, विरार आदि 113 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।