देश की राजधानी दिल्ली में अपने बच्चे के साथ फुटपाथ पर आराम करती बेघर महिला; फोटो: आईस्टॉक 
वायु

प्रदूषण के मामले में अव्वल रहा गुरुग्राम, दिल्ली-फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता में आया सुधार

Lalit Maurya

प्रदूषण के मामले में गुरुग्राम की हवा सबसे ज्यादा खराब है, जहां हवा में घुला जहर लोगों को बीमार बना देने के लिए काफी है। आंकड़ों के मुताबिक गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 227 दर्ज किया गया है। इसी तरह श्री गंगानगर में भी हवा 'खराब' बनी हुई है, जहां एक्यूआई 210 दर्ज किया गया है।

वहीं दूसरी तरफ देश में रामनाथपुरम की हवा सबसे ज्यादा स्वच्छ है, जहां एक्यूआई महज 16 रिकॉर्ड किया गया है। गुरुग्राम के प्रदूषण की तुलना यदि रामनाथपुरम से करें तो वहां की वायु गुणवत्ता 14 गुणा खराब है। गौरतलब है कि जहां कल चार शहरों की हवा दमघोंटू थी, वहीं आज यह आंकड़ा घटकर दो रह गया है।

दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता में कल से सुधार आया है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक नौ अंकों के सुधार के साथ संतोषजनक स्तर पर पहुंच गया है। हालांकि फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता में भी कल से सुधार देखा गया है, लेकिन आज भी वहां प्रदूषण का स्तर 'मध्यम' बना हुआ है।

आंकड़ों के मुताबिक देश के 110 शहरों में आज वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर दर्ज किया गया है। यदि कल की तुलना में देखें तो देश में साफ हवा वाले शहरों की संख्या में 32 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

इन शहरों में बेंगलुरु, भिलाई, भीलवाड़ा, भुवनेश्वर, बिलासपुर, बोईसर, ब्रजराजनगर, चामराजनगर, चंद्रपुर, चेन्नई, छाल, छपरा, चिक्कबल्लापुर, चित्तूर, कोयंबटूर, कुड्डालोर, दावनगेरे, देहरादून, देवास, धारवाड़, दुर्गापुर, एलूर, फिरोजाबाद, गडग, गंगटोक, गया, गुवाहाटी, हल्दिया, हावड़ा, हुबली, हैदराबाद, जबलपुर, जलगांव, जालोर, झांसी, कलबुर्गी, कल्याण, करनाल, कटिहार, क्योंझर, कोहिमा, कोल्हापुर, कोलकाता, कोप्पल आदि शहर शामिल हैं।

दिल्ली सहित देश के जिन 97 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक दर्ज की गई है।

उनमें भरतपुर, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, बीदर, बिहार शरीफ, बुलंदशहर, बूंदी, बक्सर, ब्यासनगर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चूरू, दौसा, दिल्ली, धुले, गांधीनगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, गुम्मिडीपोंडी, ग्वालियर, हाजीपुर, हापुड़, हिसार, इम्फाल, इंदौर, जयपुर, जैसलमेर, जालंधर, झालावाड़, झुंझुनू, जींद, जोधपुर, कैथल, कन्नूर, कानपुर, काशीपुर, कटनी, कोटा, कुरुक्षेत्र, लखनऊ, लुधियाना, मालेगांव, मंडी विंदगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, आदि शहर शामिल रह। हालांकि कल की तुलना में देखें तो देश में संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में करीब पांच फीसदी की गिरावट आई है।

इसी तरह देश के मध्यम वायु गुणवत्ता स्तर वाले शहरों की संख्या में भी कल से करीब 39 फीसदी की गिरावट आई है। नतीजन आज इन शहरों का आंकड़ा घटकर 19 रह गया है, जिनमें अमृतसर, बारां, भिवाड़ी, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, धनबाद, धौलपुर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, ग्रेटर नोएडा, जलना, खन्ना, खुर्जा, मुजफ्फरनगर, नांदेड़, रोहतक, रूपनगर, समस्तीपुर, सिंगरौली शामिल थे। कुल मिलाकर देखें तो देश की वायु गुणवत्ता में कल से सुधार आया है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 16 जुलाई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 228 में से 110 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 97 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 15 जुलाई 2024 यह आंकड़ा 102 दर्ज किया गया था। 19 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।

दूसरे शहरों की तुलना में गुरुग्राम (227) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 200 के पार पहुंच गया है। यदि दिल्ली (100) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से 9 अंको की गिरावट आई है।

दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 106, गाजियाबाद में 95, गुरुग्राम में 227, नोएडा में 65, ग्रेटर नोएडा में 181 पर पहुंच गया है। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 34 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 73, चेन्नई में 48, चंडीगढ़ में 76, हैदराबाद में 46, जयपुर में 59 और पटना में 74 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ

देश के जिन 110 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला 47, आगरा 41, अहमदनगर 50, आइजोल 18, अकोला 44, अमरावती 30, अमरावती 31, अंगुल 46, अरियालुर 36, आरा 49, आसनसोल 45, औरंगाबाद (बिहार) 39, बालासोर 38, बांसवाड़ा 43, बरेली 22, बारीपदा 38, बैरकपुर 35, बेलापुर 46, बेलगाम 44, बेंगलुरु 43, भिलाई 44, भीलवाड़ा 48, भुवनेश्वर 36, बिलासपुर 47, बोईसर 42, ब्रजराजनगर 46, चामराजनगर 44, चंद्रपुर 34, चेन्नई 48, छाल 30, छपरा 49, चिक्कबल्लापुर 20, चित्तूर 35, कोयंबटूर 39, कुड्डालोर 19, दावनगेरे 25, देहरादून 39, देवास 43, धारवाड़ 44, दुर्गापुर 43, एलूर 45, फिरोजाबाद 50, गडग 49, गंगटोक 20, गया 48, गुवाहाटी 44, हल्दिया 30, हावड़ा 35, हुबली 50, हैदराबाद 46, जबलपुर 44, जलगांव 41, जालोर 49, झांसी 46, कलबुर्गी 42, कल्याण 39, करनाल 48, कटिहार 43, क्योंझर 35, कोहिमा 40, कोल्हापुर 44, कोलकाता 33, कोप्पल 49, कोरबा 17, कुंजेमुरा 20, लातूर 27, मदिकेरी 23, महाद 31, मैहर 50, मानेसर 46, मीरा-भयंदर 43, मुंबई 34, मैसूर 34, नागांव 47, नाहरलागुन 27, नवी मुंबई 46, नयागढ़ 21, पलकलाईपेरुर 30, पिंपरी-चिंचवाड़ 39, प्रयागराज 38, पुदुचेरी 30, पुणे 49, रायरंगपुर 44, राजमहेंद्रवरम 38, रामनगर 29, रामनाथपुरम 16, रतलाम 36, ऋषिकेश 38, राउरकेला 26, सासाराम 39, सतना 26, शिलांग 36, शिवमोगा 40, सिलचर 44, सिलीगुड़ी 37, शिवसागर 44, सोलापुर 46, टेन्सा 29, ठाणे 41, तिरुवनंतपुरम 34, थूथुकुडी 43, तिरुपति 41, तिरुपुर 36, टोंक 44, तुमडीह 39, वापी 50, वाराणसी 43, वेल्लोर 17, विजयपुरा 42 और यादगीर 26 शामिल रहे।

वहीं अहमदाबाद, अजमेर, अलवर, अंबाला, अनंतपुर, अंकलेश्वर, औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बदलापुर, बागलकोट, बागपत, बहादुरगढ़, बारबिल, बाड़मेर, बठिंडा, भागलपुर, भरतपुर, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, बीदर, बिहार शरीफ, बुलंदशहर, बूंदी, बक्सर, ब्यासनगर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चूरू, दौसा, दिल्ली, धुले, गांधीनगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, गुम्मिडीपोंडी, ग्वालियर, हाजीपुर, हापुड़, हिसार, इम्फाल, इंदौर, जयपुर, जैसलमेर, जालंधर, झालावाड़, झुंझुनू, जींद, जोधपुर, कैथल, कन्नूर, कानपुर, काशीपुर, कटनी, कोटा, कुरुक्षेत्र, लखनऊ, लुधियाना, मालेगांव, मंडी गोविंदगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नागौर, नागपुर, नारनौल, नासिक, नोएडा, पाली, पलवल, पंचकुला, पानीपत, पटियाला, पटना, पीथमपुर, रायचुर, रायपुर, राजसमंद, सागर, सहरसा, सांगली, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरसा, सीवान, सुआकाती, सूरत, तालचेर, तुमकुरु, उदयपुर, उज्जैन, उल्हासनगर, वातवा, विजयवाड़ा, विरार, विशाखापत्तनम, वृंदावन आदि 97 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है।

इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है। वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है।

यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है।