वायु

क्योंझर में 300 पर पहुंचा एक्यूआई, सिवान में भी दमघोंटू हुई हवा, जानिए अन्य शहरों का हाल

Lalit Maurya

देश में दिल्ली मुंबई जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़ क्योंझर में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 300 पर पहुंच गया है। इसी तरह सिवान में भी स्थिति दमघोंटू बनी हुई है, जहां हवा में घुला जहर लोगों को बीमार करने के लिए काफी है। गौरतलब है कि सिवान में वायु गुणवत्ता सूचकांक 235 पर पहुंच गया है। मतलब की इन दोनों ही शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर 'खराब' बना हुआ है।

इन दोनों शहरों के साथ ही बर्नीहाट, कुंजेमुरा, सुआकाती, भागलपुर, बेगूसराय, वृंदावन, छपरा और तालचेर देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहे, जो स्पष्ट तौर पर दर्शाता है कि प्रदूषण की समस्या अब केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रह गई है।

वहीं दूसरी तरफ देश में पालकालाइपेरुर की हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां एक्यूआई 17 दर्ज किया गया है। यदि पालकालाइपेरुर से तुलना करें तो क्योंझर में वायु गुणवत्ता 17 गुणा खराब है। आंकड़ों के मुताबिक देश में पालकालाइपेरुर की तरह ही 109 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर बना हुआ है।

इन शहरों में धौलपुर, धुले, फतेहाबाद, फिरोजाबाद, गडग, गांधीनगर, गया, गाजियाबाद, ग्वालियर, हापुड, हसन, हिसार, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जैसलमेर, जलना, झालावाड़, कैथल, करनाल, कारवार, कोलार, कोलकाता, कुरूक्षेत्र, लातूर, मदिकेरी, मंडीदीप, मांडीखेड़ा, मेरठ, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मुंबई, मुंगेर, नगांव, नाहरलगुन, नलबाड़ी, नांदेड़, नासिक, नयागढ़, नोएडा, पालकालाइपेरुर, पटियाला शामिल हैं। हालांकि कल से तुलना करें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई है।

राजधानी दिल्ली से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो कल से प्रदूषण के स्तर में मामूली इजाफा जरूर हुआ है, जिसके बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक नौ अंक बढ़कर 65 पर पहुंच गया है। कमोबेश फरीदाबाद की स्थिति भी ऐसी ही है, जहां 17 अंकों के उछाल के साथ वायु गुणवत्ता सूचकांक 60 पर पहुंच गया है। इसके बावजूद इन दोनों शहरों में वायु गुणवत्ता अभी भी संतोषजनक बनी हुई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश के 15 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है। इन शहरों में आसनसोल, बेगूसराय, भागलपुर, बर्नीहाट, छपरा, दुर्गापुर, गुरूग्राम, इंफाल, कुंजेमुरा, रायचूर, सहरसा, समस्तीपुर, सुआकाती, तालचेर, वृंदावन शामिल रहे।

कल से देखें तो देश में मध्यम वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब 88 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसी तरह देश में संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में भी 20 फीसदी से ज्यादा का इजाफा दर्ज किया गया, जिसके बाद इन शहरों की संख्या बढ़कर 107 पर पहुंच गई है।

बता दें कि देश में गुवाहाटी, हाजीपुर, हल्दिया, हनुमानगढ़, हावेरी, हावड़ा, हैदराबाद, जालंधर, जलगांव, जालौर, झांसी, झुंझुनूं, जींद, जोधपुर, कडपा, कलबुर्गी, कल्याण, कानपुर, काशीपुर, कटनी, खन्ना, खुर्जा, कोल्हापुर, कोल्लम, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, महाड, मैहर, मालेगांव, मंडी गोबिंदगढ़, मानेसर, मंगलौर, मोतिहारी, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, मैसूर, नागौर, नागपुर, नारनौल आदि शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक बनी हुई है।

कुल मिलाकर देखें तो देश के 47 फीसदी शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर है, जबकि 45.7 फीसदी शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना हुआ है। वहीं 7.3 फीसदी शहरों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 13 अगस्त 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 234 में से 110 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 107 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 12 अगस्त 2024 यह आंकड़ा 89 दर्ज किया गया था। 15 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।

दूसरे शहरों की तुलना में क्योंझर (300) और सिवान (235) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के करीब पहुंच गया है। यदि दिल्ली (65) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से नौ अंकों का इजाफा हुआ है।

दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 60, गाजियाबाद में 48, गुरुग्राम में 101, नोएडा में 46, ग्रेटर नोएडा में 74 पर पहुंच गया है।

देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 43 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 53, चेन्नई में 75, चंडीगढ़ में 58, हैदराबाद में 68, जयपुर में 46 और पटना में 82दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ

देश के जिन 110 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें आगरा, अहमदनगर, आइजोल, अकोला, अलवर, अमरावती, अमरावती, अंकलेश्वर, अरियालूर, औरंगाबाद (बिहार), औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बागपत, बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, बांसवाड़ा, बारां, बरेली, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, भोपाल, बीदर, बीकानेर, बिलासपुर, बोईसर, ब्रजराजनगर, बुलन्दशहर, बूंदी, चामराजनगर, चरखी दादरी, चिकबलपुर, चिक्कामगलुरु, कोयंबटूर, कुड्डालोर, दौसा, दावनगेरे, देहरादून, धौलपुर, धुले, फतेहाबाद, फिरोजाबाद, गडग, गांधीनगर, गया, गाजियाबाद, ग्वालियर, हापुड, हसन, हिसार, हुबली, इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जैसलमेर, जलना, झालावाड़, कैथल, करनाल, कारवार, कोलार, कोलकाता, कुरूक्षेत्र, लातूर, मदिकेरी, मंडीदीप, मांडीखेड़ा, मेरठ, मीरा-भायंदर, मुरादाबाद, मुंबई, मुंगेर, नगांव, नाहरलगुन, नलबाड़ी, नांदेड़, नासिक, नयागढ़, नोएडा, पालकालाइपेरुर, पटियाला, पिंपरी-चिंचवाड, पीथमपुर, प्रयागराज, पुदुचेरी, पुणे, रायरंगपुर, राजमहेंद्रवरम, राजगीर, राजसमंद, रामनगर, रामनाथपुरम, रतलाम, ऋषिकेश, सागर, सांगली, सीकर, सिलचर, सिलीगुड़ी, सिरोही, टेंसा, ठाणे, तिरुवनंतपुरम, थूथुकुडी, त्रिशूर, उडुपी, वेल्लोर, विजयपुरा, विरुधुनगर, यादगीर, यमुनानगर शामिल रहे।

वहीं अहमदाबाद, अजमेर, अमृतसर, अंगुल, अररिया, बद्दी, बदलापुर, बागलकोट, बालासोर, बारबिल, बारीपदा, बैरकपुर, बठिंडा, बेलापुर, बेलगाम, बेंगलुरु, भिलाई, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, भुवनेश्वर, बिहारशरीफ, बिलीपाड़ा, बक्सर, ब्यासनगर, चंडीगढ़, चंद्रपुर, चेन्नई, छाल, चित्तौड़गढ़, चुरू, कटक, दिल्ली, देवास, धारवाड़, डूंगरपुर, एलूर, फरीदाबाद, गोरखपुर, ग्रेटर नोएडा, गुम्मिडिपूंडी, गुवाहाटी, हाजीपुर, हल्दिया, हनुमानगढ़, हावेरी, हावड़ा, हैदराबाद, जालंधर, जलगांव, जालौर, झांसी, झुंझुनूं, जींद, जोधपुर, कडपा, कलबुर्गी, कल्याण, कानपुर, काशीपुर, कटनी, खन्ना, खुर्जा, कोल्हापुर, कोल्लम, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, महाड, मैहर, मालेगांव, मंडी गोबिंदगढ़, मानेसर, मंगलौर, मोतिहारी, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, मैसूर, नागौर, नागपुर, नारनौल, नवी मुंबई, पलवल, पानीपत, पटना, प्रतापगढ़, पूर्णिया, रायपुर, रोहतक, राउरकेला, सतना, शिवमोगा, सिंगरौली, सिरसा, शिवसागर, सोलापुर, सूरत, तिरुपति, तिरुपुर, तुमकुरु, उदयपुर, उज्जैन, उल्हासनगर, वापी, वाराणसी, वातवा, विरार आदि 107 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।