कृषि

पीएम किसान सम्मान: मध्यप्रदेश में आधे किसानों को नहीं मिले 2,000 रुपए

मध्यप्रदेश में 69,59,966 किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं

Manish Chandra Mishra

कोविड-19 को लेकर हुए लॉकडाउन को देखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की चौथी किस्त अप्रैल में देने की घोषणा की थी।  सरकार की इस घोषणा को एक महीने होने वाले हैं लेकिन अभी तक मध्यप्रदेश के आधे किसानों की किस्त नहीं आई है।

महामारी के दौर में किसानों को राहत देने के उद्देश्य से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 26 मार्च को किसानों को पीएम किसान योजना की चौथी किस्त जारी करने का निर्णय लिया। इस घोषणा के बाद किसानों की उम्मीद बंध गई, लेकिन अब घोषणा को लगभग एक महीने होने के बाद मध्यप्रदेश के कुछ किसानों की उम्मीद टूट रही है। दरअसल, मध्यप्रदेश में 69,59,966 किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी हैं, जिनमें से कोरोना राहत वाली किस्त 36,60,279 किसानों को ही मिली है। इसका मलतब इस योजना का लाभ अब तक सिर्फ 52 प्रतिशत किसान को ही मिला है। यह आंकड़े पीएम किसान योजना की वेबसाइट पर 21 अप्रैल तक मौजूद जानकारी के आधार पर हैं। इसके बाद वेबसाइट पर अब यह जानकारी नहीं दिख रही है। डाउन टू अर्थ के इस जानकारी का कॉपी मौजूद है।  

मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के किसान मुकेश मीणा की नजर मोबाइल के एसएमएस पर होती है। उन्हें उम्मीद है आज कल में पैसा मिलने की सूचना एसएमएस के जरिए आ जाएगी। हालांकि, मीणा इस बात का इंतजार लगभग एक महीने से कर रहे हैं। वह बताते हैं, “इस समय हमारे पास नकद आमदनी का कोई जरिया नहीं है। लॉकडाउन की वजह से स्थिति और भी खराब हो गई है। फसल बिक नहीं रही। ऐसे में अगर ये पैसा मिल जाता है तो घर के लिए राशन-पानी का इंतजाम हो जाएगा।” मीणा बताते हैं कि साल में मिलने वाला 6 हजार किसान के बहुत काम नहीं आता लेकिन लॉकडाउन में छोटी सहायता भी बड़े काम की है। यही हालत श्योपुर जिले के बमौड़ा के किसान प्रहलाद पांचाल, भैरूलाल, राम-लखन सहित कम से कम 25 किसानों की है। किसानों ने अपना पंजीयन काफी समय पहले करा लिया था लेकिन इनमें से कई लोगों की तीसरी किस्त भी नहीं आई है। आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश में 52,27,992 किसानों की तीसरी किस्त जारी की गई है। यहां पहली किस्त 69,12,934 किसानों को मिला था, वहीं दूसरी किस्त 63,56,214 किसानों के खाते में आई थी।

कुछ किसानों की किस्त जारी हो गई है लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह अपना पैसा निकालने हीं जा पा रहे हैं। छतरपुर जिले के आनंदीपुर गांव के किसान बाला प्रसाद मिश्रा के मुताबिक वे अपनी तीसरी किस्त भी बैंक से निकाल नहीं पाए। जबतक वह बैंक जाते लॉकडाउन का ऐलान हो गया। उनके घर से बैंक 10 किलोमीटर दूर है और रास्ते में कई स्थानों पर पुलिस का पहरा रहता है। मिश्रा चौथी किस्त के इंतजार में हैं।

पूरे देशभर के आंकड़ों पर नजर डालें तो योजनाके 9,55,08,904 लाभार्थी हैं जिनमें से लगभग 64 प्रतिशत यानी 6,15,76,188 किसानों को योजना की चौथी किस्त मिल पाई है।