कृषि

दुनिया भर में फसलों के लिए एक गंभीर खतरा है हॉर्सवीड

Dayanidhi

एरीगेरॉन कैनाडेन्सिस एक साल भर उगने वाला पौधा है, जो पूरे उत्तरी अमेरिका और मध्य अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में पाया जाता है। यह यूरेशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी व्यापक रूप से फैला हुआ है, अब इसके दुनिया के और देशों में फैलने की जानकारी सामने आ रही है।

गौरतलब है कि एशिया भी इससे अछूता नहीं रहा, यहां भी यह अधिकांश समशीतोष्ण इलाकों में फैल गया है। इसे सामन्यत: हॉर्सवीड, कैनेडियन हॉर्सवीड, कैनेडियन फ्लीबेन, कोल्टस्टेल, मार्सटेल और बटरवीड आदी नामों से भी जाना जाता है। हॉर्सवीड को आमतौर पर एक खरपतवार माना जाता है।

हॉर्सवीड नामक खरपतवार दुनिया भर में फसलों और प्राकृतिक परिदृश्य दोनों के लिए एक गंभीर खतरा है। यह खरपतवार वर्ष के किसी भी समय उगने में सक्षम है। हॉर्सवीड खरपतवार नाशक-प्रतिरोधी है अर्थात खरपतवार नाशकों का इसपर कोई असर नहीं पड़ता है।

सर्दियों में उगने वाला तथा एक गुलाब की तरह दिखने वाला यह हॉर्सवीड के कुछ बीज गिरते हैं। कुछ उदाहरणों में हॉर्सवीड (रोसेट) और अपराइट पौधे दोनों गर्मियों के बीच में एक साथ उगने लगते हैं। इनकी अप्रत्याशित वृद्धि का पैटर्न उत्पादकों के लिए चुनौतियां पैदा करते हैं। जब भी किसान एक उपयुक्त खरपतवार प्रबंधन की योजना बनाने का प्रयास करते हैं, हॉर्सवीड अपने आपको बदल देता है। अधिकतर देखा गया है कि इस पर खरपतवानाशकों का कम ही असर होता है।

एक अध्ययन में मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक टीम ने पता लगाया कि क्या पर्यावरणीय संकेतों का उपयोग हॉर्सवीड के विकास और उसके प्रकार के पूर्वानुमान लगाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने पाया कि तापमान में बदलाव, दिन की अवधि जिसके दौरान एक पौधा सूर्य का प्रकाश प्राप्त करता है, अन्य पौधों से मुकाबला करना और मिट्टी की नमी में बदलाव के परिणामस्वरूप केवल हॉर्सवीड का विकास होता है। हालांकि,  दूसरे पौधे तब उभरे, जब बीज शुष्क परिस्थितियों के संपर्क में आते हैं। यह अध्ययन वीड साइंस नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

शोधकर्ताओं ने यह भी निर्धारित किया कि जाना पहचाना ग्लाइफोसेट प्रतिरोधी हॉर्सवीड के पौधे अपने प्रजातियों की तुलना में ग्लाइफोसेट के प्रति तीन से चार गुना कम संवेदनशील होते हैं, जिससे उन्हें नियंत्रित करना बहुत कठिन हो जाता है। यहां बताते चले की ग्लाइफोसेट एक खरपतवारनाशक है।

मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता जॉन श्राम्स्की कहते हैं कि हमारे नतीजे बताते हैं कि जब हॉर्सवीड का वार्षिक जीवन चक्र सर्दी से ग्रीष्मकालीन में बदल जाता है, तो ग्लाइफोसेट प्रतिरोध में समवर्ती वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है।