गलबेड और पेलिकन जैसी समुद्री पक्षियों की प्रजातियों को अक्सर अनदेखा किया जाता है। जब इनके संरक्षण की बात आती है तो लोग इन्हें नजरअंदाज करते हैं। लोगों की इनके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। शोधकर्ताओं का कहना है कि पक्षियों का मल जिसे पोप, या गुआनो के रूप में भी जाना जाता है। गुआनो उर्वरक के स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।
यह उर्वरक तटीय और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसकी सालाना कीमत 470 मिलियन डॉलर (भारतीय रुपए 35,185,375,000) से अधिक हो सकती है। लोगों को होने वाले इस प्रत्यक्ष लाभ को देखते हुए, समुद्री पक्षी के महत्व के बारे में पता चलता हैं। इनकी घटती आबादी से पारिस्थितिक तंत्र सहित अरबों का आर्थिक नुकसान हो सकता हैं। यह शोध ट्रेंड्स इन इकोलॉजी एंड एवोलुशन पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
मार्कस वी. सियानसियारसो ने कहा कि हमारे लिए समुद्री पक्षी द्वारा उर्वरक या गुआनो का उत्पादन बिना किसी कीमत पर किया जाता है, जो एक पारिस्थितिक तंत्र की सेवा है। हम एक द्वीप पर जाकर, गुआनो को इकट्ठा कर सकते हैं। इसे बाजार मूल्य पर उर्वरक के रूप में बेचा जा सकता हैं। मार्कस वी. सियानसियारसो ब्राज़ील में गोईस विश्वविद्यालय में पारिस्थितिकीय के प्रोफेसर हैं।
वर्तमान में कुछ समुद्री पक्षियों की प्रजातियां व्यावसायिक तौर पर उर्वरक या गुआनो का उत्पादन करने के लिए उपयोग की जा रहीं हैं। बाकी पारिस्थितिक तंत्र को महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करते हैं जहां उनके गुआनो को जमा किया जाता है। क्योंकि यह वैज्ञानिक और जैविक रूप में महत्वपूर्ण है, इसलिए समुद्री पक्षियों द्वारा पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं में अहम भूमिका निभाई जाती है। इसे आम जनता और नीति निर्माता समझ सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के समुद्री पक्षियों की आबादी के बारे में आंकड़े इकट्ठा करना शुरू किया है। इसमें ऐसी पक्षियां शामिल हैं जो कि व्यापार के लिए गुआनो का उत्पादन करती हैं। शोधकर्ता प्लाजस-जिमेनेज कहते हैं, क्योंकि गुआनो एक व्यापार की वस्तु है, इसलिए हमने हर साल पक्षियों द्वारा उत्पादित गुआनो के अतिरिक्त मूल्य का अनुमान लगाने के लिए इसके बाजार मूल्य का इस्तेमाल किया।
उन प्रजातियों के लिए जो व्यापार के लिए गुआनो का उत्पादन नहीं करते हैं, शोधकर्ताओं ने तब उन पोषक तत्वों जो इन पक्षियों द्वारा हर साल अपनी कॉलोनियों में जमा किए जाते है, जिनमें नाइट्रोजन और फास्फोरस के मूल्य का अनुमान लगाया। परिणाम चौंका देने वाले थे- जब दोनों पोषक तत्वों और व्यवसायिक गुआनो की कीमत का अनुमान लगाया गया जो 473.83 मिलियन डॉलर (भारतीय रुपए 35,55,65,58,572.50) प्रति वर्ष हो सकती है।
हालांकि सभी गुआनो का व्यापार नहीं किया जा सकता है, लेकिन ये पोषक तत्व जो इसे जमा करते हैं, कोरल रीफ्स जैसे पारिस्थितिक तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। जहां गुआनो की उपस्थिति रीफ फिश बायोमास को 48 फीसदी तक बढ़ा सकती है। प्लाजस-जिमेनेज कहते हैं, हमारे बहुत कम अनुमान पर भी कोरल रीफ मछली स्टॉक का 10 फीसदी समुद्री पक्षियों के पोषक तत्वों पर निर्भर करता है।
संयुक्त राष्ट्र और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के अनुसार, प्रवाल भित्तियों पर व्यवसायिक मत्स्य का वार्षिक आर्थिक लाभ 6 बिलियन डॉलर (भारतीय रुपए 4,50,24,45,00,000) से अधिक है। इसलिए, प्रति वर्ष इस मूल्य का 10 फीसदी लगभग 600 मिलियन डॉलर (भारतीय रुपए 45,02,44,50,000) है। जब पिछले आंकड़े में जोड़ा जाता है, तो समुद्री पक्षियों द्वारा जमा किए गए पोषक तत्वों का अनुमानित मूल्य 1 बिलियन डॉलर (भारतीय रुपए 75,04,07,50,000) तक बढ़ जाता है।
इस मूल्य का ज्यादातर हिस्सा खतरे में या लुप्तप्राय प्रजातियों से आता है। प्लाजस-जिमेनेज कहते हैं प्रवाल भित्तियों का उदाहरण समुद्र के छोटे समूह के लिए है। अंटार्कटिक के पारिस्थितिक तंत्र में भारी मात्रा में पोषक तत्व जमा होते है। पेंगुइन हर साल समुद्री पक्षियों द्वारा जमा किए गए नाइट्रोजन और फॉस्फोरस का आधा योगदान देते हैं। अगर कोई संरक्षण उपाय नहीं कीए गए तो, इनकी घटती आबादी के कारण ये योगदान भविष्य में घट जाएगा।
शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि यह शोध इस बात पर प्रकाश डालेगा कि ये प्रजातियां वैश्विक स्तर पर कितनी मूल्यवान हैं। प्लाजस-जिमेनेज कहते हैं, समुद्री पक्षियों का लोगों के लिए बहुत महत्व है। एक विशेष प्रजाति द्वारा किए गए पारिस्थितिक कार्य के एक धन-संबंधी मूल्य की गणना करने में सक्षम होना संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के समान है।
शोधकर्ता कहते है पारिस्थितिक तंत्रों और लोगों के लिए समुद्री पक्षी के मूल्य का यह केवल एक हिस्से का अनुमान है। अन्य कार्यों के बीच, वे दुनिया भर में विशाल बर्डवॉचिंग और पर्यटन उद्योगों में योगदान करते हैं। प्लाजस-जिमेनेज कहते हैं कुछ क्षेत्रों में, मछुआरे मछली पकड़ने के स्थानों का पता लगाने के लिए समुद्री पक्षी का उपयोग करते हैं। उस मछुआरे के लिए, समुद्री पक्षी सब कुछ हैं। यदि इन सब को मिला दिया जाय तो जो समुद्री पक्षियों द्वारा किया जाने वाला काम और भी मूल्यवान होने वाला है।