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कृषि

देश में खाद्यान्न उत्पादन 8 प्रतिशत बढ़ा, कपास की पैदावार में कमी

सरकार ने वर्ष 2024-25 के फसल उत्पादन के अंतिम अनुमान जारी किए

Mahesh Bhadana

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 20 नवंबर को वर्ष 2024-25 के फसल उत्पादन के अंतिम अनुमान जारी किए, जिनके अनुसार इस बार देश का कुल खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 3577.32 लाख टन तक पहुंच गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में करीब 8 प्रतिशत अधिक है। पिछले दस वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन में 1066 लाख टन की वृद्धि दर्ज की गई है।
2015-16 में देश में कुल 2511.32 लाख टन उत्पादन हुआ था।

धान
पंजाब में इस वर्ष बाढ़ से धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन बढ़ा है। इस वर्ष धान का अंतिम अनुमान 1501.84 लाख टन रहा, जो 2023-24 के मुकाबले 123.59 लाख टन अधिक है।

गेहूं
देश की दूसरी सबसे बड़ी खाद्यान्न फसल गेहूं का उत्पादन बढ़कर 1179.49 लाख टन हो गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 46.53 लाख टन अधिक है।

मक्का
मक्का उत्पादन में भी अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2023-24 के 376.65 लाख टन के मुकाबले इस वर्ष उत्पादन बढ़कर 434.09 लाख टन हो गया।

दलहन
दलहन उत्पादन में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस वर्ष कुल उत्पादन 256.83 लाख टन रहा, जो बीते वर्ष से 14 लाख टन अधिक है।
दलहनों में मूंग की पैदावार बढ़ी है, जबकि उड़द और मसूर का उत्पादन घटा है।

कपास
भारत में कपास उत्पादन में गिरावट आई है। 2023-24 में उत्पादन 325.22 लाख गांठ था, जो इस वर्ष घटकर 297.34 लाख गांठ रह गया—अर्थात 27.88 लाख गांठ की कमी।
इससे पहले 2018-19 में कपास उत्पादन में इतनी बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी।

तिलहन
तिलहन उत्पादन में इस वर्ष उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। 2024-25 का उत्पादन बढ़कर 429.89 लाख टन पहुंच गया है, जो बीते वर्ष से 33.02 लाख टन अधिक है।
हालांकि सरसों और रेपसीड का उत्पादन कम होकर 126.67 लाख टन रह गया है। सूरजमुखी और मूंगफली की पैदावार में वृद्धि हुई है।

पोषक-मोटे अनाज और श्रीअन्न
पोषक-मोटे अनाज का उत्पादन बढ़कर 639.21 लाख टन हो गया है, जबकि श्रीअन्न (मिलेट्स) का उत्पादन 2023-24 के 175.72 लाख टन से बढ़कर 185.92 लाख टन हो गया है।