पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में गरज के साथ बारिश, झारखंड व पश्चिम बंगाल में ओलावृष्टि का अलर्ट

20 और 21 मार्च को पश्चिमी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
20 से 22 मार्च के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और ओडिशा में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
20 से 22 मार्च के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और ओडिशा में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ अब उत्तरी पाकिस्तान और निचले स्तरों पर उससे सटे इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार के के रूप में सक्रिय हो गया है। वहीं, एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के निचले स्तरों पर जारी है, मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते आज, 20 मार्च, 2025 को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बिजली चमकने के आसार हैं।

20 से 22 मार्च के दौरान उत्तर प्रदेश में इसी तरह की मौसमी गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

पूर्वी और मध्य भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?

मध्य ओडिशा से विदर्भ तक हवाओं की एक ट्रफ रेखा जारी है। ट्रफ रेखा के निचले स्तरों पर बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक उल्टा चक्रवाती प्रसार बन गया है इसके कारण पूर्वी तथा उससे सटे मध्य भारत में हवाएं आपस में मिल रही हैं। मौसम को बदलने में हवाओं का काफी दारोमदार होता है।

इन मौसमी गतिविधियों के चलते 20 से 22 मार्च के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में, 20 और 21 मार्च को पश्चिमी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तूफानी हवाओं के साथ बारिश व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

वहीं, 20 से 22 मार्च के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड और ओडिशा में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।

चक्रवाती प्रसार के कारण 20 से 22 मार्च के दौरान छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में, 21 और 22 मार्च को बिहार और विदर्भ में, तथा 20 और 21 मार्च को झारखंड के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने का अंदेशा जताया गया है

पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव

पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में चक्रवाती प्रसार लगातार जारी है। इसके कारण अगले पांच दिनों के दौरान असम और मेघालय तथा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बारिश के दौर के जारी रहने की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 20 मार्च को असम और मेघालय के कुछ हिस्सों ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है।

तापमान में उतार-चढ़ाव

तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी विभाग के ताजा अपडेट में कहा गया है कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, अगले 48 घंटों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और अगले दो दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों के दौरान महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, विदर्भ के अकोला और ओडिशा के बोलांगीर में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी राजस्थान के सीकर में न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)

कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?

मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले चार से पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से मंं लू या हीटवेव चलने का आसार नहीं है, यानी देशभर में अलगे कुछ दिनों तक लू से राहत मिलती दिख रही है।

वहीं, देश के कुछ हिस्सों में गर्म व उमस भरे मौसम से राहत के आसार नहीं हैं, क्योंकि 22 और 23 मार्च को गुजरात के तटीय इलाकों में, 20 मार्च को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है

कल, यानी 19 मार्च को ओडिशा और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में रात का मौसम काफी गर्म महसूस किया गया।

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज, पश्चिम बंगाल के तट और उससे सटे उत्तरी ओडिशा तट पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश व बर्फबारी?

कल, 19 मार्च को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में बारिश व बर्फबारी रिकॉर्ड की गई, जबकि ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे।

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