
मौसम विभाग ने कहा है कि आगामी 2-3 दिनों में दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तर अरब सागर के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों, बिहार के शेष हिस्सों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगिट-बाल्तिस्तान-मुज़फ्फराबाद के कुछ हिस्सों में और प्रगति की संभावना है।
विभाग के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में गंगा तटीय इलाकों और उसके आसपास के हिस्सों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके झारखंड से होते हुए धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है, साथ ही मॉनसूनी गतिविधि भी जारी है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों को देखते हुए आज, 19 जून, 2025 को झारखंड के अलग-अलग इलाकों में बिजली कड़कने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भयानक बारिश होने का अंदेशा जताया गया है, यहां 204.5 या उससे अधिक बारिश होने का अनुमान है।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र तथा ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की गई है, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
मौसम विभाग की मानें तो आज, 19 जून, 2025 को गुजरात, केरल और माहे, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने की संभावना है, इन सभी राज्यों में बादलों के 64.5 से 115.5 तक बरसने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के मध्य हिस्सों पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास के इलाकों में जारी है। साथ ही ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार भी जारी है। पश्चिमी विक्षोभ पंजाब और आसपास के इलाकों में सक्रिय है। वहीं उत्तर प्रदेश के बीच के हिस्सों और इससे सटे इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है, अब तो मॉनसून भी इन हिस्सों में पहुंच रहा है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त विभिन्न मौसमी गतिविघियों को देखते हुए, आज, 19 जून, 2025 को उत्तर-पश्चिम भारत के कई इलाकों में बिजली कड़कने, 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने तथा हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
उत्तर के इन राज्यों में हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा पंजाब शामिल हैं जहां आज, तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, 19 जून को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। वहीं आज, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत बारिश बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
देश भर में कहां-कहां पहुंचा मॉनसून?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून उत्तरी अरब सागर के कुछ और हिस्सों, गुजरात के शेष इलाकों, राजस्थान के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ और इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और झारखंड के शेष इलाकों और बिहार के कुछ और हिस्सों में दस्तक दे चुका है।
वहीं, मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, यानी 19 जून, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के अगले दो से तीन दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ और हिस्सों, मध्य प्रदेश के बाकी इलाकों, उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों और बिहार के शेष इलाकों, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 18 जून, 2025 को राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के माथेरान में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम?
आज 19 जून, 2025 को आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं। वहीं, 19 से 22 जून के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा में गर्म और उमस भरे मौसम से लोगों को राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 18 जून को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा पश्चिम राजस्थान में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, गुजरात, पंजाब, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, सौराष्ट्र और कच्छ, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और मेघालय, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां हुई पांच सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 18 जून को झारखंड के जमशेदपुर में 23 सेमी, रांची में 14 सेमी, डाल्टनगंज में 11 सेमी, कोंकण और गोवा के मुंबई में 12 सेमी, रत्नागिरी में 8 सेमी, मुंबई के सांताक्रूज में 5 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 7 सेमी, सौराष्ट्र और कच्छ के वेरावल में 7 सेमी तथा गुजरात के अहमदाबाद में 7 सेमी बारिश दर्ज की गई।