
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, नौ अप्रैल, 2025 को जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों, सौराष्ट्र और कच्छ, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों, तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश और विदर्भ में हीटवेव या लू चलने की आशंका जताई गई है। 10 अप्रैल तक मध्य प्रदेश और गुजरात में लोगों को गर्म हवाओं से छुटकारा मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं कल, यानी आठ अप्रैल को पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में भीषण लू रिकॉर्ड की गई। जबकि, पूर्वी राजस्थान और दक्षिणी हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में हीटवेव महसूस की गई। गुजरात तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ के कुछ हिस्सों में लोगों को गर्म हवाओं से दो चार होना पड़ा।
बढ़ते तापमान तथा लू के साथ-साथ देश के कुछ हिस्सों में रात को भी गर्मी से निजात न मिलने का अंदेशा जताया गया है। इसी क्रम में नो और 10 अप्रैल को पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने की आशंका जताई गई है। जबकि आज, नो अप्रैल, 2025 को राजस्थान, मराठवाड़ा, व मध्य महाराष्ट्र में भी रात को ऐसे ही मौसम के बने रहने की आशंका व्यक्त की गई है।
वहीं आज, नौ अप्रैल को कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र में गर्म और उमस भरे मौसम के रहने के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के तमाम हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी विभाग का पूर्वानुमान देखें तो, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत, गुजरात और महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के चार दिनों के दौरान दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।
अगले तीन दिनों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में भी कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है और उसके बाद के चार दिनों के दौरान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने आना का पूर्वानुमान है।
वहीं, देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, आठ अप्रैल, 2025 को पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां होगी गरज के साथ बारिश, कहां गिरेंगे ओले?
मौसम विभाग के मुताबिक, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों में पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में जारी है। वहीं, निचले स्तरों पर पश्चिमी राजस्थान से पश्चिम विदर्भ तक हवाओं का एक ट्रफ जारी है। इन मौसमी गतिविधियों के चलते नौ से 11 अप्रैल, 2025 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
इसी दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी बादल बरस सकते हैं। 10 अप्रैल को उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ मैदानी इलाकों में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं आज, यानी नौ अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों में ओले गिरने का अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर की ओर बढ़ गया है। आज, नौ अप्रैल, 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 05:30 बजे पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है तथा इससे संबंधित चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है।
अगले 12 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, जिससे कम दबाव के क्षेत्र की तीव्रता बनी रहेगी। इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और अगले 24 घंटों के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है।
वहीं, निचले स्तरों में दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से उत्तरी बांग्लादेश तक हवाओं का एक ट्रफ बना हुआ है। मध्य महाराष्ट्र और उसके आसपास के इलाकों में एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है और इस चक्रवाती प्रसार से निचले स्तरों में दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक एक और हवाओं का ट्रफ जारी है।
उपरोक्त अलग-अलग तरह की मौसमी गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने आज, नौ अप्रैल, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, केरल और माहे, तेलंगाना और कर्नाटक 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश व वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
वहीं, नो से 12 अप्रैल के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में इसी तरह की मौसमी गतिविधि के जारी रहने का पूर्वानुमान है।
जबकि नौ अप्रैल को बिहार के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने के आसार हैं। नो और 10 अप्रैल को असम और मेघालय के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां बादलों के 70 मिमी या उससे अधिक बरसने के आसार हैं।
समुद्र में हलचल
कम दबाव के चलते आज, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के इलाकों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। वहीं आज, दक्षिण गुजरात और उससे सटे उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर 45 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर इनके 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी बौछारें?
कल, आठ अप्रैल को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पूर्वी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।